आपको टीकेआर क्यों करवाना चाहिए ?..
ऑस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों में जोड़ों के दर्द और डिसेबिलिटी को दूर करने के लिए यह प्रक्रिया की जाती है। यह गठिया, आघात या चोट के मामलों में घुटने के कार्य में भी सुधार कर सकता है। घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का दूसरा रूप आंशिक नी रिप्लेसमेंट है।
टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराना आसान नहीं होता है।इसके लिए पहले आपको अपने डॉक्टर से राय लेनी होगी। अमूमन डॉक्टर्स टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के पक्ष में नहीं रहते हैं। लेकिन, फिर भी आपको जानना जरूरी है कि टोटल नी रिप्लेसमेंट क्यों किया जाता है। जिन लोगों को घुटनों का ऑस्टियो आर्थराइटिस होता है और उनका घुटना पूरी तरह से इसके कारण डैमेज हो चुका होता है तो डॉक्टर टोटल नी रिप्लेसमेंट की सलाह देते हैं। वहीं, अगर किसी एक्सीडेंट में व्यक्ति के घुटने क्षतिग्रस्त हो जाते हैं तो भी नी रिप्लेसमेंट ही बतौर विकल्प बचता है। नी रिप्लसमेंट कराने से घुटने में होने वाले जकड़न, दर्द और चुभन से राहत मिलती है।
यदि मरीज के घुटनों की मोबिलिटी वजह से चलना फिरना सीमित हो गया है और वह अपने दैनिकगतिविधियों को अच्छी तरह से नहीं कर पा रहे हैं, जैसे कि सीढियां चढ़ना, सैर पर जाना, तो उन्हें टीकेआर करा लेना चाहिए।